Not known Facts About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
हमें देख शीतल हो जाए सत्य नाम आदेश गुरु की सत गुरु सैट कबीर
मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना के दौरान यही उर्जा सीधे सामने वाले पर असर करती है.
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं मोहिनी देवी (अमुक) वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
बांध इन्द्र की बांध तारा, बांधू बिद लोही की धारा, उठे इन्द्र न बोले बाव, सूक साख पूंजी हो जाय, बन ऊपर लोकी कड़े हीय लपर लो सूत में, तो बंधन बांधयो सास-ससुर जाया पूत, मन बांधू मंवन्त बांधू विद्या दे साथ, चार खूंट लों फिर आब अमुकी अमुक के साथ रहे गुरु गुरो स्वाहा।
इस प्रकार अगले सात दिनों तक लगातार पूजा और जप करें। इस पूजा के लिए लाल आसन पर बैठें और खुद भी लाल वस्त्र पहनें।
साधक तीन पान का बीड़ा लेकर तीनों को इक्कीस इक्कीस बार अभिमन्त्रित करे और एक-एक करके जिस भी स्त्री को खिलायेगा, पहला पान खाकर वह स्त्री मित्रता करेगी। दूसरा पान शारीरिक सम्बन्ध बनायेगी और तीसरा पान खा लेने के बाद साधक के अलावा कभी किसी के बारे में सपने में भी नहीं सोचेगी। यह अति प्रबल वशीकरण प्रयोग है।
(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)
अगर आप ऐसा करते है तो साधना खंडित होना तय वशीकरण मंत्र किसे चाहिए है. साधना के दौरान उस व्यक्ति से कम ही मिले जिस पर आप प्रयोग कर रहे है.
फुरो मंत्र इश्वरो वाचा बे माता की आज्ञा
त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा
ॐ क्लीं मोहय मोहय वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
वशीकरण मंत्र और इसके प्रभाव के बारे में विज्ञानी और आध्यात्मिक दो अलग-अलग मत हैं। विज्ञान के माध्यम से इसका समाधान अभी तक नहीं मिला है। वहीं, आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इन मंत्रों का प्रभाव सत्य माना जाता है।
इस लेख में, हम वशीकरण मंत्र के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और यह जानेंगे कि इसका उपयोग कैसे किया जाता है और इसके पीछे की विज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण क्या है।
वशीकरण मंत्र का उपयोग सावधानीपूर्वक और सतर्कता के साथ किया जाना चाहिए। इसका अनुचित उपयोग नकारात्मक परिणामों को पैदा कर सकता है। जब आप दूसरे व्यक्ति को वश में करने की कोशिश करते हैं, तो इससे उच्च गुणवत्ता और नैतिकता के मामलों पर असर पड़ सकता है। यह आपके और दूसरे व्यक्ति के बीच में विश्वासघात और संबंधों को दूषित कर सकता है।